Svāyambhuva Manu had a son named Mahārāja Priyavrata, and among Priyavrata’s sons was Āgnīdhra. From Āgnīdhra was born Nābhi, whose son was known as Ṛṣabhadeva. ।। 11-2-15 ।।
english translation
स्वायंभुव मनु के एक पुत्र थे जिनका नाम महाराज प्रियव्रत था और प्रियव्रत के पुत्रों में आग्नीघ्र थे। अग्निध्र से नाभि का जन्म हुआ, जिनके पुत्र को ऋषभदेव के नाम से जाना जाता था। ।। ११-२-१५ ।।