तत्संबन्धात्. इति. ॥ १.१.४ ॥
From that relationship.
english translation
त्रिवर्गं से सम्बद्ध ग्रन्थों की रचना करने वाले आचार्यो को नमस्कार करने का कारण यह है कि उन के ग्रन्थों से संग्रह कर इस "कामसूत्र" की रचना कर रहे है, अतएव उपजीव्य ग्रन्थों के रचयिताओं के प्रति कृतज्ञता-ज्ञापन भी आवश्यक हे ॥ ४॥
hindi translation
tatsaMbandhAt. iti. || 1.1.4 ||
hk transliteration by SanscriptKamasutra
तत्संबन्धात्. इति. ॥ १.१.४ ॥
From that relationship.
english translation
त्रिवर्गं से सम्बद्ध ग्रन्थों की रचना करने वाले आचार्यो को नमस्कार करने का कारण यह है कि उन के ग्रन्थों से संग्रह कर इस "कामसूत्र" की रचना कर रहे है, अतएव उपजीव्य ग्रन्थों के रचयिताओं के प्रति कृतज्ञता-ज्ञापन भी आवश्यक हे ॥ ४॥
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tatsaMbandhAt. iti. || 1.1.4 ||
hk transliteration by Sanscript