सहसा वाप्युपक्रान्ता कन्याचित्तमविन्दता । भयं वित्रासमुद्वेगं सद्यो द्वेषं च गच्छति ॥ ३४ ॥
If, on the contrary, he suddenly attacks the inexperienced girl, he will only manage to arouse fear and disgust, and she will become hostile to him.
english translation
विना विश्वास जगाये समागम उचित नहीं—जो पति नवपरिणीता में विना विश्वास जगाये, उसकी चित्तवृत्ति को बिना जाने ही, सहसा सम्भोग कर बैठता है, तो उसके मन में शीघ्र ही भय, कम्पन, उद्देश्य और द्वेष उत्पन्न हो जाता है ॥ ३४ ॥