प्रतिपन्नामभिप्रेतावकाशवर्तिनीं नायकः श्रोत्रियागारादग्निमानाय्य कुशानास्तीयं यथास्मृति हुत्वा च त्रिः परिक्रमेत् ॥ १२ ॥
It is decided to act and, at the right moment, the hero, bearing the sacred fire taken from a priest's house, scattering the sacred herb and pronouncing the prescribed words, will take you thrice around the hearth.
english translation
विधिवत् विवाह आवश्यक दूती द्वारा बहकायी गयी और नायक द्वारा हरण कर ली गयी नायिका जब नायक के साथ निर्जन स्थान में पहुँच जाये, तो किसी अग्निहोत्री ब्राह्मण के घर से अग्नि लाकर, स्मृतिशास्त्र (धर्मशास्त्र) के अनुसार हवन करके नायक और नायिका, दोनों अग्नि की तीन परिक्रमा करे ॥ १२ ॥