उभयतोमुखच्छिद्रः स्थूलकर्कशवृषणगुटिकायुक्तः प्रमाणवशयोगी कट्यां बद्धः कम्बुको जालकं वा ॥ १२ ॥
The sheath [kanchuka] and armor [jalaka] are pierced by two lateral holes at the opening, so that they can be firmly attached to the testicles of the scrotum.
english translation
कशुक या जालक – जिसके दोनों ओर छेद किये गये हों, जो स्थूल और कर्कश हो, जिसमें अण्डकोश भी लगाये गये हों, जो शिश्न के समान आकार का हो और जिसे कमर में पहना जा सके ऐसा कृत्रिम साधन कशुक या जालक कहलाता है ॥ १२ ॥