रतस्योपक्रमे सम्बाधस्य करेणोपदर्शनं तस्या रसप्राप्तिकाले च रतयोजनमिति रागप्रत्यानयनम् ॥ २ ॥
At the outset of copulation, excite the vulva with the hand and, when it becomes damp, practice sexual relations and thus reach orgasm.
english translation
नष्ट राग की पुनः प्राप्ति का उपाय- स्त्री से पूर्व स्खलित होने वाला पुरुष, स्त्री के मदनमन्दिर में अंगुली डालकर उसे भली भाँति रससिक्त कर ले, तत्पश्चात् समागम प्रारम्भ करे। इससे वह खी को पहले स्खलित करके उसका नष्ट राग पुनः प्राप्त कर सकता है ॥ २ ॥
औपरिष्टकं मन्दवेगस्य गतवयसो व्यायतस्य रतश्रान्तस्य च रागप्रत्यानयनम् ॥ ३ ॥
Superior coition [auparishtaka], in the mouth, can arouse passion when, as a result of age or excess, excitation diminishes.
english translation
जो पुरुष मन्दवेग है, जिसका यौवन ढल गया हो, जो बहुत मोटा हो और जो समागम में थक गया हो, उसे चाहिये कि साम्प्रयोगिक अधिकरण में कही गयी औपरिष्टक (मुखमैथुन) विधि से अपने में उत्तेजना प्राप्त कर ले ॥ ३ ॥
hindi translation
aupariSTakaM mandavegasya gatavayaso vyAyatasya ratazrAntasya ca rAgapratyAnayanam || 3 ||