Kamasutra
कन्यां गृहीत्वा वर्तेत प्रेष्यवद्यत्र नायकः । तं विद्यादुच्चसम्बन्धं परित्यक्तं मनस्विभिः ॥ २१ ॥
A prudent man avoids marrying a woman of superior status, since he would lead the life of a servant.
english translation
(क) उच्च सम्बन्ध सम्बन्ध-भेद समानता को आधार बनाकर सम्बन्ध तीन प्रकार के होते हैं—सम सम्बन्ध, उच्च सम्बन्ध और हीन सम्बन्ध यहाँ दोनों ही पक्ष अपने को बराबरी का समझें, वहाँ सम सम्बन्ध होता है। जहाँ दूसरे पक्ष के समक्ष नौकरों के समान रहना पड़े, उसे उच्च सम्बन्ध कहते हैं और इसके विपरीत को होन सम्बन्ध अब इनके स्वरूप को स्पष्ट करते हैं- जिस सम्बन्ध में कन्या को लेकर नायक (वर) को नौकर के समान रहना पड़ता है, उसे उच्च सम्बन्ध कहते हैं बुद्धिमान् और मनस्वी व्यक्ति ऐसे सम्बन्धों को कदापि नहीं करते ॥ २१ ॥
hindi translation
kanyAM gRhItvA varteta preSyavadyatra nAyakaH । taM vidyAduccasambandhaM parityaktaM manasvibhiH ॥ 21 ॥
hk transliteration by Sanscriptकन्यां गृहीत्वा वर्तेत प्रेष्यवद्यत्र नायकः । तं विद्यादुच्चसम्बन्धं परित्यक्तं मनस्विभिः ॥ २१ ॥
A prudent man avoids marrying a woman of superior status, since he would lead the life of a servant.
english translation
(क) उच्च सम्बन्ध सम्बन्ध-भेद समानता को आधार बनाकर सम्बन्ध तीन प्रकार के होते हैं—सम सम्बन्ध, उच्च सम्बन्ध और हीन सम्बन्ध यहाँ दोनों ही पक्ष अपने को बराबरी का समझें, वहाँ सम सम्बन्ध होता है। जहाँ दूसरे पक्ष के समक्ष नौकरों के समान रहना पड़े, उसे उच्च सम्बन्ध कहते हैं और इसके विपरीत को होन सम्बन्ध अब इनके स्वरूप को स्पष्ट करते हैं- जिस सम्बन्ध में कन्या को लेकर नायक (वर) को नौकर के समान रहना पड़ता है, उसे उच्च सम्बन्ध कहते हैं बुद्धिमान् और मनस्वी व्यक्ति ऐसे सम्बन्धों को कदापि नहीं करते ॥ २१ ॥
hindi translation
kanyAM gRhItvA varteta preSyavadyatra nAyakaH । taM vidyAduccasambandhaM parityaktaM manasvibhiH ॥ 21 ॥
hk transliteration by Sanscript