दाक्षिण्येन परिजने सर्वत्र सपरिहासा मित्त्रेषु प्रतिपत्तिः । कलासु कौशलमधिकस्य च ज्ञानम् ।। ४२ ।।
She is amiable with the staff and merry with her lover's friends. If she is skilled in the arts, she teaches them to the other wives.
english translation
परिजनों एवं मित्रों के साथ व्यवहार-नायक के पारिवारिक सदस्यों के साथ शालीनता और शिष्टता का व्यवहार करे और मित्रों के साथ हास-परिहासपूर्वक वार्तालाप करे। कलाओं में कुशलता और अभिज्ञता का परिचय दे ॥ ४२ ॥